नवदुर्गा शक्ति मंदिर, खुर्जा, उत्तर प्रदेश
हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं, वह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की खुर्जा तहसील में स्थित है। इस मंदिर का नाम ‘नवदुर्गा शक्ति मंदिर’ है। मंदिर को लेकर मान्यता है कि इसकी 108 परिक्रमाएं लगाने से हर मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा, मंदिर परिसर में एक स्तंभ भी है, जिसे ‘मनोकामना स्तंभ’ के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि मंदिर की परिक्रमा के बाद इस मनोकामना स्तंभ पर गांठ भी लगानी चाहिए, जिससे मन की हर मुराद पूरी हो जाती है।
रहस्यमयी: नवरात्र में रोज बढ़ता है मां की प्रतिमा का आकार, नवमी को निकल आती हैं मां गर्भगृह से बाहर। मंदिर में स्थापित अष्टधातु प्रतिमा चार टन की है। यह दिव्य मूर्ति 14 फीट ऊंची और 11 फीट चौड़ी है, और इसे 100 से अधिक मूर्तिकारों ने तैयार किया है। मां की प्रतिमा में नौ रूप नजर आते हैं, और देवी मां की इस भव्य प्रतिमा का निर्माण 1993 में हुआ था।
मंदिर की ऊंचाई 30 फीट है और इसका शिखर 60 फीट ऊंचा है, जबकि यह एक ही पिलर पर टिका हुआ है। मंदिर की 108 परिक्रमा गोवर्धन की एक परिक्रमा के बराबर मानी जाती है। मंदिर सुबह चार बजे खुलता है और शाम पांच बजे मंगला आरती होती है। नवरात्रि के दिनों में विशेष पूजा-अर्चना होती है, और अष्टमी के दिन मां को एक हजार किलो हलवे का भोग लगाया जाता है।
मंदिर में मां भगवती की पूजा का यह आदिवार्षिक पर्व भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है। मां की कृपा और आशीर्वाद का अहसास हर भक्त को इस साकार रूप में होता है। भक्तिभाव से भरी इस माहात्म्यपूर्ण स्थल पर हर वर्ष नवरात्रि के दौरान लाखों भक्त आते हैं।
मंदिर में चलने वाली 108 परिक्रमाएं गोवर्धन की परिक्रमा के साथ तुलना की जाती हैं, जिससे यहां का माहात्म्य अद्वितीयता में बढ़ जाता है। भक्तियों का मानना है कि इन परिक्रमाओं से मां भगवती सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
मंदिर की स्थापना का समय 1993 में हुआ था और 13 फरवरी 1995 को मां दुर्गा की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इसके साथ ही मंदिर का परिसर भी विशेष रूप से आकर्षक है, जो भक्तों को ध्यान में ले लेता है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर स्थित मनोकामना स्तंभ के चारों ओर कई कलात्मक चित्रकला से सजीव हो रहा है।
इस मंदिर का भव्यता और धार्मिक महत्व भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है और वह यहां आकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रतिवर्ष लौटते हैं। नवदुर्गा शक्ति मंदिर का दौरा करना एक आध्यात्मिक और पवित्र अनुभव है, जो भक्तों को आत्मा के शांति और सुकून की अनुभूति कराता है।